भोपाल । मध्यप्रदेश में परेशानी के बादल छाए हुए हैं पिछले दो दिनों से मौसम करवट बदले हुआ है। एक बार फिर संकटों का बादल घिरे हुआ है मध्यप्रदेश में ज्ञरविवार को सागर जिले में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे थे। वहीं, राजधानी भोपाल में हल्की बूंदाबांदी और छिंदवाड़ा में ओले गिरे। बालाघाट में भी एक घंटे तेज बारिश हुई। सोमवार को तीसरे दिन भी भोपाल में बूंदाबांदी होने के आसार है। वहीं, नर्मदापुरम, खंडवा, बुरहानपुर और रायसेन में भी बूंदाबांदी हो सकती है।
बाकी शहरों में सूरज के तेवर तीखे देखने को मिल मिलने का अनुमान है । अगले दो दिन यानि, 11 और 12 अप्रैल को भी प्रदेश में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं। हालांकि, तेज बारिश-आंधी और ओले गिरने की संभावना कम होने का अनुमान है। वही बादल फिर भी छाए रहेंगे
राजधानी भोपाल में अभी भी है हल्की बूंदाबांदी के आसार
प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को दोपहर 3 बजे के बाद बूंदाबांदी हो होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। भोपाल में इससे पहले तापमान 36 से 37 डिग्री के बीच पहुंच सकता है। बूंदाबांदी होने का असर रात के तापमान में देखने को मिल सकता है और पारा 22 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। दो दिन मौसम साफ रहेगा। 13 अप्रैल से फिर बादल छाने की संभावना है। ऐसा ही प्रदेश के नर्मदापुरम, बुरहानपुर, रायसेन और खंडवा में भी देखने को मिल सकता है।
क्यों बदला है मौसम का मिजाज जानिए मौसम विशेषज्ञों से
मौसम वैज्ञानिक पांडे ने की माने तो कि सेंट्रल राजस्थान पर चक्रवात एक्टिव होना इसकी प्रमुख वजा है। राजस्थान से ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। यह महाराष्ट्र के मध्य क्षेत्र से लेकर तमिलनाडु तक गुजर रही है। यही कारण है कि बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी प्रदेश में पहुंच रही है। इससे सुबह मौसम साफ रहता है, लेकिन दोपहर बाद बादलों का दौर शुरू होता है और हल्की बूंदाबांदी भी हो जाती है। साथ ही, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ का सिलसिला जारी है। शनिवार और रविवार को ओले भी गिर चुके हैं। सोमवार को तेज बारिश, आंधी और ओले गिरने की संभावना कम है। हालांकि, बादल छाने और बूंदाबांदी होने के आसार जरूर है।
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