दरअसल, सेमरा मेघनाथ गांव के रहने वाले विजय अहिरवार पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया था, जिसके विजय गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजन विजय को लटेरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए जहां पर हालत गंभीर होने पर उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया था, जहां विजय ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। विजय साथ हुई मारपीट की घटना से समाज के लोगों में आक्रोश था। न्याय की मांग को लेकर परिजनों ने समाज के लोगों के साथ मिलकर लटेरी में सिरोंज चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान चौराहे के चारों तरफ बाइक लगा दी और चक्काजाम कर दिया। उन लोगों का कहना था कि गांव के रूस्तम खां बेलदार उनकी जमीन पर जबरन कब्जा करना चाहता था। उसको मना करने पर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर विजय पर जानलेवा हमला कर दिया था, जिसके कारण विजय की मौत हो गई। हमला करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
पहले घेरा इसके बाद मार डाला विजय को
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जंगल की अतिक्रमण वाली जमीन को लेकर विजय पर शरीफ खान , सफीक खान ,अरमान खान ,रुस्तम खान ने लाठी , डंडों , फरसा ओर धारदार हथियारों से 3 जून को हमला कर दिया था । जिसमें विजय गंभीर रूप से घायल हो गया और आज इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई । जानकारी के लिए बता दें इसके पहले भी जंगल की जमीन पर कब्जे की शिकायत को लेकर संत बाल्मीकि भी हत्या हो चुकी है।
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