100 करोड़ रुपए के सरकार को लगाया चूना : शराब होलोग्राम घोटाले की आंच कुरवाई तक पहंची
कुरवाई । प्रदेश स्तर पर चल रहे शराब घोटाले की जांच में पाया गया है कि शराब की बांटलों पर आबकारी विभाग के लगने वाले क्यूआर कोड में मात्राओं को लेकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर शासन को लगभग 100 करोड़ रुपए के राजस्व की हानि पहुंचाई है । कुरवाई शराब की दुकान से खरीदी गई मैकडॉवल नंबर वन की बोतल पर लगे हुए होलोग्राम के आर कोड को स्कैन करने पर बोतल क्यू में शराब की मात्रा 180 एमएल दिखाई दे रही है और जबकि बोतल 750 एमएल की है । 1 पेटी शराब में 180 एमएल के 48 क्वार्टर होते हैं और 750 एमएल की 12 बोतल होती हैं । 180 एमएल के होलोग्राम से 750 एमएल की 48 बोतल तैयार कर बिक्री के लिए भेजी जा रही हैं । यानी की 36 बोतल बिना एक्साइज ड्यूटी चुकाए बिक्री की जा रही हैं ।
जिससे स्पष्ट है कि प्रदेश स्तर पर हो रहे होलोग्राम घोटाले की आंच कुरवाई जैसे छोटे शहरों तक पहुंच रही हैं । जिससे शासन को राजस्व की हानि हो रही है । इसी की जांच प्रदेश स्तर पर की जा रही है और प्रदेशभर में सभी दुकानों पर इस तरह की गड़बड़ियां पाई जा रही हैं । इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि प्रदेशस्तर पर इस तरह की गड़बड़ियों की शिकायत आ रही है और उसकी जांच की जा रही है ।
क्या है होलोग्रामः
शराब की बोतल पर लगे होलोग्राम को स्कैन करने पर उस बोतल में भरी शराब की कंपनी , गुणवत्ता , क्षमता आदि की विस्तृत जानकारी रहती है । घोटाले के कारण प्रदेश में महंगी की शराब की बोतल खरीदने पर उस पर लगे होलोग्राम को स्केन करने पर सस्ती शराब एवं कम मात्रा के क्वार्टर की जानकारी आ रही है ।
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