लोकतंत्र सेनानियों को सीएम शिवराज ने दी बड़ी सौगात, मिलने वाली 25000 की पेंशन को बढ़ाकर 30, हजार रुपए किया

भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकतंत्र सेनानियों को बड़ी सौगात दी । उन्होंने एलान किया कि लोकतंत्र सेनानी दिल्ली में बने मध्य प्रदेश भवन में ठहर सकेगे । स्वतंत्रता सेनानी और लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन बढ़ोतरी की जाएगी । अब 25 के बजाएं 30 हज़ार रुपए पेंशन मिलेगी । मुख्यमंत्री निवास पर सोमवार को मीसाबंदीयों का सम्मलेन आयोजित किया गया । इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं भी एक स्वतंत्रता सोनानी हूं । जब कोई सत्ता के मद में चूर होता है तो सब भूल जाता है । सीएम ने गांधी परिवार पर हमला करते हुए कहा कि आपातकाल में यहीं हुआ । अपने आपको बनाकर रखने के लिए संविधान का गला घोंट दिया गया । अंग्रेजों और मुगलों के समान यह सब किया गया । उन्होंने कहा कि एक परिवार को सत्ता में बने रहना था । जब इंदिरा गांधी को लगा कि फैसला खिलाफ आया है । सत्ता में बने रहने के लिए लोकतंत्र को कुचल कर रख दिया ।
शिवराज ने कहा कि आज लोक विदेश में जाकर देश की आलोचना करते है । पीएम की आलोचना करते है । मैं पूछना चाहता हूं मोदी जी ने देश का मान बढ़ाया । तुमने क्या किया ? तुम्हारे परिवार कने सत्ता में रहकर क्या किया ? सीएम शिवराज ने कहा कि मैं हबीबगंज थाने में रात भर बंद रहा । आज उसे थाने का उदघाटन किया । मुझे जब पीठ रहे थे तो मेरे मुंह से निकल गया कि मत मारो हमारी भी सरकार आएगी । तब बोले कि तुम्हारी संघियों की भी सरकार आएगी । उस समय अधिकारी ने कहा कि जब आएगी तो मैं इस्तीफा दे दूंगा । उस अधिकारी ने बाद में मुझसे मिलकर माफी मांगी । सीएम ने की ये घोषणाएं - पेंशन राशि बढ़ाकर 30 हजार की जाएगी । अभी 25 हजार राशि मिलती है ।

दिवंगत सेनानियों के परिवार को दी जाने वाली - निधि 5 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रुपए किया जाएगा । • जो शेष लोकतंत्र सेनानियों है , उन्हें ताम्रपत्र से 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा । - नई दिल्ली के मप्र भवन में उनके लिए स्वतंत्र - संग्राम सेनानियों की तरह लोकतंत्र सेनानियों को रूकने की व्यवस्था की जाएगी । प्रत्येक जिलो में विश्राम गृह में दो दिन तक 50 प्रतिशत शुल्क के साथ रूकने की व्यवस्था होगी । - - · मीसाबंदियों को कोई बीमारी हुई तो उसका पूरा इलाज मध्य प्रदेश सरकार कराएगी । • लोकतंत्र सेनानियों के परिचय पत्र एक बार और - चर्चा कर के फाइनल किया जाए ताकि उन्हें कहीं आने जाने में न हो परेशनी । - सरकारी कार्यालयों में लोकतंत्र सेनानियों से - सम्मानजनक व्यवहार करने के निर्देश दिए जाएगे ।

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