नर्सिंग होम और क्लिनिक धड़ल्ले से हो रहे संचालित अफसर कर रहे कार्रवाई के निर्देश आने का इंतजार

 


सिरोंज । सिरोंज विधानसभा क्षेत्र में भर में अवैध रूप से संचालित हो रहे नर्सिंग होम , पैथोलाजी व क्लिनिक अब भगवान भरोसे चल रहे हैं इन पर कार्रवाई करने से अधिकारी कतरा रहे हैं । क्षेत्र में इन सभी की संख्या करीब 200 तक होगी । यहां मरीजों का मानसिक व आर्थिक दोहन किया जाता है , लेकिन नगर सहित अंचलों में धड़ल्ले से खुल रहे अवैध नर्सिंग होम व क्लिनिकों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्यवाही करने में हमेशा पीछे रहते हैं । हालाकि विगत दिनों पूर्व अभियान चलाकर अवैध रूप से संचालित हो रही क्लीनिक एवं नर्सिंग होम को सील किया गया था लेकिन धीरे - धीरे सभी दुकानें खुलती गईं और अब लगातार यह संख्या बढ़ती ही जा रही है । लोग आए दिन इन नौसिखिया झोलाछाप डाक्टरों का शिकार होकर अपनी जान मुश्किल में डाल रहे हैं । शहर की गलियों से लेकर मुख्य बाजारों तक झोलाछाप डाक्टरों की भरमार है । आलम यह है कि एक - एक गली में चार - चार क्लीनिक संचालित हैं । बिना किसी डिग्री के छोटे - बड़े हर मर्ज का इलाज इनके पास रहता है । अगर मरीज थोड़ा ठीक भी है और इनके इलाज करने से ज्यादा सीरियस हो जाए तो इन्हें कोई परवाह नहीं रहती । इन झोलाछाप डाक्टरों का लक्ष्य सिर्फ पैसे कमाना ही होता है । यही वजह है कि आए दिन गरीब तबके के लोग इन डाक्टरों के शिकार हो जाते हैं । जिससे  वे अपनी जान तक गवाना पड़ता हैं । इसके बावजूद भी ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते । हालांकि जानकारी मिली है । कि विभाग द्वारा झोलाछाप क्लीनिक संचालकों को नोटिस देकर जवाब मांगा है कि किन दस्तावेजों के आधार पर क्लीनिक संचालित हो रहे हैं । लेकिन ये कार्रवाई केवल नोटिस तक ही सीमित रहती है । छोटी क्लीनिक अब अस्पताल में बदल गई नगर की बात करें तो बासौदा नाके से रोहिलपुरा चौराहे तक दर्जनों क्लीनिक हास्पिटलों में तब्दील हो गए तो वही लिंक रोड पर भी अवैध 

नर्सिंग होम व हास्पिटलों की बाढ़ आ गई है ऐसे ही छतरी चौराहे से लेकर कोटगेट तक 80 से अधिक अवैध रूप से क्लीनिक संचालित हो रहे हैं । इसके अलावा पैथोलाजी लैब हर गली चौक चौराहों पर संचालित हो रही है , लगातार इनका आंकड़ा बढ़ता जा रहा है ऐसे लोग इन लैब का संचालन कर रहे हैं जिन्हें इसके विषय में कोई जानकारी नहीं है । नगर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में उप तहसील पथरिया , दीपनाखेड़ा , बमोरीसाला , मुगलसराय रतनबर्री , भगवंतपुर सहित दर्जन भर से ज्यादा गांव हैं एवं इनसे लगे अन्य गांवों में झोलाछाप डाक्टरों का दबदबा है जो खुलेआम अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर रहे हैं , एवं लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं । इसके अलावा नगर सहित कई गांवों में तो यह हालत है कि लोग घरों से ही अपना क्लीनिक संचालित कर रहे हैं । हमें जब भी वरिष्ठ कार्यालय से निर्देश मिलते हैं हम उसी के अनुरूप टीम गठित कर अवैध रूप से संचालित हो रहे 

नर्सिंग होम , क्लीनिक व पैथोलाजी सभी पर कार्यवाही करते हैं । यदि अभी भी आदेश मिलते हैं तो हम कार्रवाई करेंगे । पूर्व में भी कई बार कार्रवाई हो चुकी है । - अमित भेदिया , ब्लाक मेडिकल आफिसर सिरोंज 


विभागीय अफसरों पर लगाए जा रहे हैं सांठगांठ के आरोप 

 अवैध नर्सिंग होम , क्लीनिक एवं पैथोलाजी के अलावा अवैध मेडिकल स्टोर भी सैकड़ों की संख्या में चल रहे हैं । यही नहीं इन मेडिकल स्टोर पर उन दवाइयों को भी आसानी से लिया जा सकता है जिन पर बैन है । फिर भी इस जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण यह धड़ल्ले से अपना काम कर रहे हैं । नगर की गलियों व गांवों में सैकड़ों की संख्या में झोलाछाप डाक्टर क्लीनिक चला रहे हैं । उन्हें पता है कि विभाग कभी छापेमारी करने नहीं आएगा चूंकि विभागीय अधिकारियों के साथ उनकी सांठ - गांठ रहती है । किसी शिकायत पर अगर छापेमारी हो भी जाती है तो इसकी जानकारी इन्हें पहले ही मिल जाती है।





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