27 लाख की राशि में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर :चार पटवारी सहित एक आंगनबाड़ी सहायिका व उसके पति पर कार्रवाई

विदिशा । आपदा के दौरान विदिशा जिले में 2017 से 2021-22 तक प्राकृतिक आपदा से प्रभावित पीड़ितों को बांटने के लिए शासन से आई राहत राशि को लेकर वितरण करने की जगह अपने व अपनों के परिचितों व रिश्तेदारों के खातों में राशि डालकर लाखों रुपए लाखों रुपए का गबन करके भारी भ्रष्टाचार किया है जिसको लेकर विदिशा कलेक्टर कार्रवाई की है जिसमें चार पटवारियों सहित एक आंगनबाड़ी सहायिका व उसके पति के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने जारी किए हैं। इनपर 27 लाख रुपए से अधिक की राशि के गबन का आरोप है। इस गड़बड़ी की जानकारी महालेखाकार लेखा परीक्षा एवं लेखा विभाग कार्यालय ग्वालियर के ऑडिट के दौरान गड़बड़ी सामने आई थी। शमशाबाद तहसील के तत्कालीन पटवारी मिट्ठूलाल सोलंकी ने 56470 रुपए स्वंय के खाते में भुगतान कर लिए। पटवारी अभी धार जिले में पदस्थ है।

आंगनबाड़ी सहायिका व पति ने किया 4.5 लाख का गबन
लटेरी तहसील के बीजूखेडी की आंगनबाड़ी सहायिका आशा सेन ने 55484 रुपए और प्राइवेट ऑपरेटर सोनू सेन 395313 रुपए की राशि का गबन किया है। सोनू आशा सेन का पति है।

पटवारी ने रिश्तेदारों के खाते में डाली आपदा की राशि
तत्कालीन लटेरी तहसील में पदस्थ पटवारी सुनील नामदेव ने रिश्तेदार मोनिका नामदेव के खाते में 126460 और ललिता बाई के खाते 109680 राशि डाली है। पटवारी सुनील सिरोंज तहसील में पदस्थ है,जिन्हें निलंबित किया गया है।

पटवारी ने पत्नी, दोस्त और कोटवार के खाते में रुपए डाले
गुलाबगंज तहसील के पटवारी मनोहर सिंह राजपूत ने पत्नी प्रीति राजपूत के खाते में 167188 रुपए, कोटवार अरविंद अहिरवार के खाते में 76524 रुपए और तीन मित्रों में जितेंद्र पांडे के खाते में 161411, दिनेश कुमार के खाते में 123599 रुपए और राहुल दीक्षित के खाते में 193664 रुपए डालकर 722386 की राशि का गबन किया। पटवारी को निलंबित कर दिया है।

सिरोंज तहसील के पटवारी जय नारायण साहू ने 360500 रुपए स्वयं के खाते में आहरण कर गबन किया है। जिसके विरुद्ध कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कार्रवाई करते हुए शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने एवं वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। 
   जारी आदेश में उल्लेख है कि प्राकृतिक आपदाओं के तहत प्रदान की गई राहत राशि पटवारी जय नारायण साहू के द्वारा कुल 360500 रुपये की राशि अपने स्वयं के खाते में आहरण कर अवैधानिक रूप से शासकीय राशि का गबन किया है जो कर्तव्य निर्वहन में घोर लापरवाही, वित्तीय अनियमितता एवं अनुशासनहीनता का परिचायक है। निलंबन अवधि में पटवारी जय नारायण साहू का मुख्यालय तहसील कार्यालय कुरवाई नियत किया गया है निलंबन काल में इन्हें नियमानुसार निलंबन भत्ता देय होगा।

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