टेस्टिंग के नाम पर लाडली बहनों के खाते में डाला एक एक रुपया
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाई जा रही लाडली बहना योजना के अंतर्गत प्रदेश भर में 1 करोड़ 25 लाख 33 हजार 145 महिलाओं ने आवेदन किया था । जिसमें से 1 करोड़ 25 लाख 6 हजार महिलाओं के खातों में टेस्टिंग के नाम पर रुपए डाले गए हैं । जबकि कुछ महिलाओं के बैंक खाते आधार से लिंक नहीं हो पाए हैं । जिसको लेकर मुख्यमंत्री मुख्य सचिव ने आज सभी कलेक्टर एवं संभागायुक्तों की वीडियो कॉफैंस के माध्यम से समीक्षा की । साथ ही निर्देश दिए कि दो दिन के भीतर शेष आवेदनों की पात्र महिलाओं के बैंक खातों से आधार लिंक का कार्य पूरा करवाएं । भुगतान से पहले टेस्टिंग जरूरी : लाड़ली बहना योजना के तहत हितग्राहियों को भुगतान की प्रक्रिया शुरू होने से पहले खातों की टेस्टिंग करना जरूरी है । क्योंकि भुगतान बैंक खाता आधारित नहीं होकर आधार से होना है । यही वजह है कि आवेदन के दौरान किसी भी महिला आवेदन से बैंक खाता नहीं लिया गया । यानी महिला का बैंक खाता आधार से लिंक होने पर ही भुगतान होना है ।
बता दें कि भोपाल से बैंकों को निर्देश देने के लिए आयोजित की गई वीसी में जहां इंदौर की 17 बैंकों की क्लास लगी , वहीं पेंडिंग पड़े प्रकरणों के निपटान के निर्देश भी दिए गए । 10 जून को खातों में राशि ट्रांसफर करने के पहले की व्यवस्थाएं चाक - चौबंद रखने का फरमान जारी किया गया । टेक्निकल समस्याओं के कारण अटके पड़े लगभग 3 हजार आवेदनों के निपटान के बाद अब बैंक की तरफ से अटके पड़े प्रकरणों को लेकर भोपाल प्रबंधन सख्त हो गया है । खातों के वेरिफिकेशन के लिए 1 रुपए की राशि खातों में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया पर ही मंत्रणा की जा रही है । बैंक की तरफ से अब भी हजारों फार्म अटके पड़े हैं , जिसे लेकर कल कलेक्टर कार्यालय में आयोजित वीसी में बैंक के कर्ताधर्ताओं को तलब किया गया । लाड़ली बहना के लिए काम कर रही बैंकों की सूची में 17 बैंक ऐसी पाई गई हैं , जो सैकड़ों प्रकरणों को पेंडिंग कर बैठी हुई है । ज्ञात हो कि 10 जून से लाड़ली बहनाओं के खातों में योजना का पैसा ट्रांसफर किया जाना है , जिसके लिए आखिरी दौर की प्रक्रिया की जा रही है । ऐसे में यदि बैंकों द्वारा ही लेटलतीफी की जाएगी तो कई बहना योजना के पैसों से वंचित रह सकती हैं ।
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