महू में बाबा साहब की जन्मभूमि, नागपुर में दीक्षा भूमि, लंदन की शिक्षा भूमि, दिल्ली में परिनिर्वाण भूमि और मुंबई में दर्शन कराएंगे। उन्होंने कहा कि एक जमाना था, यहां स्मारक नहीं था। मुझे कहते हुए गर्व है कि हमें यहां स्मारक बनाने का सौभाग्य मिला है। हमने बाबासाहेब महाकुंभ शुरू किया। मैं आयोजक के रूप में आपका अभिनंदन करता हूं। पिछली बार आपने मांग की थी कि यहां धर्मशाला या गेस्ट हाउस का निर्माण करा सकें। इसके लिए रक्षा विभाग ने 3.5 एकड़ जमीन के लिए एनओसी दे दी है।
यह जमीन हमने समिति को देन का फैसला किया है। मैं जमीन के कागज सौंप रहा हूं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान मंच पर ही धर्मशाला के लिए जमीन के अधिग्रहण की मंजूरी के कागज भंतेजी को सौंपा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आप यहां निर्माण शुरू कराएं। इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय महू पहुंचे। उन्होंने यहां बाबासाहेब को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने महू पहुंचकर स्मारक पर नमन कर बाबासाहेब को याद किया। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता की जन्मस्थली पर भी शिवराज झूठ बोलते हैं। वे झूठी घोषणाएं करते हैं।
कई बार कह चुके हैं कि बाबासाहेब के नाम पर पंच तीर्थ बनाएंगे, लेकिन आज तक नहीं बनाया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महू पहुंचकर डॉ. आंबेडकर को नमन किया। इसके पहले गुरुवार शाम को महू में डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय गौरव यात्रा निकाली गई। यात्रा में एक सुसज्जित रथ में बाबासाहेब के अस्थिकलश भी रखे गए, जिसके महू शहरवासियों ने दर्शन किए। यात्रा में 60 से अधिक बालिकाएं घोड़ों पर महाराष्ट्रीयन परिधान में बैठकर निकलीं। सभी के हाथ में ‘वी लव यू फार राइट्स’ की तख्तियां थी।
इसके बाद हरी फाटक, होते हुए भीम जन्मभूमि स्मारक पहुंची। पांच रथों में बौद्ध भिक्षु भी बैठकर शामिल हुए। यात्रा का समापन डॉ. भीमराव आंबेडकर जन्मभूमि स्मारक पर हुआ। यह कार्यक्रम और रैली बाबा साहब अम्बेडकर मेमोरियल सोसायटी द्वारा किया जा रहा है। यात्रा में समिति के अध्यक्ष भदंत सुमेध बोधी, सचिव राजेश वानखेड़े, सदस्य डॉ. अनिल गजभिए, प्रकाश वानखेड़े, अरूण इंगले, राजीव कुमार अंबोरे सहित अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से रात ठीक 12 बजे समता सैनिक दल ने सलामी दी। भव्य आतिशबाजी की गई जिसे देखने के लिए महू सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र भी लोग भी अम्बेडकर स्मारक पहुंचे।
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