अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 17 तक होगा निर्णय अध्यक्ष पर ' अविश्वास ' को लेकर हंगामा विधानसभा का सत्र 13 तक स्थगित ।


नरोत्तम मिश्रा के हाथ से छूटी किताब , विपक्ष ने कहा- नेता प्रतिपक्ष को मारने फेंकी । संसदीय कार्य मंत्री ने कहा- सारगर्भित चर्चा से भागता है विपक्ष , इसलिए किया हंगामा,

भोपाल


गुरुवार को विधानसभा में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के निलंबन के बाद शुक्रवार को जैसे ही विधानसभा का सत्र शुरू हुआ , कांग्रेस सदस्यों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया । अध्यक्ष के सदन में आते ही कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया । संसदीय कार्य मंत्री के हाथ से सदन संचालन पुस्तिका गिर गई , जिसे विपक्ष ने कहा कि उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को मारने के लिए पुस्तिका फेंकने का आरोप लगाते हुए गर्भगृह में पहुंच गए । भारी हंगामे के कारण प्रश्नकाल तक के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी । शून्यकाल में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस ने जीतू पटवारी की तरह संसदीय कार्य मंत्री डॉ . नरोत्तम मिश्रा को निलंबित करने की मांग करते हुए अध्यक्ष पर सत्ता पक्ष के दबाव में निर्णय करने का आरोप लगाते हुए गर्भगृह तक पहुंच गए । भारी हंगामे के बीच अध्यक्ष ने शुक्रवार की कार्यसूची में शामिल वार्षिक प्रतिवेदनों को पटल पर रखने को कहा । संबंधित मंत्रियों ने वार्षिक प्रतिवेदन पटल पर रखे , इसके बाद अध्यक्ष ने कहा कि ध्यानाकर्षण और आवेदनों को पटल पर रखा माना गया है । भारी हंगामे , शोरगुल और नारेबाजी के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 13 मार्च को सुबह ग्यारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी ।

किताब फेंककर मारने को लेकर भारी हंगामा 

विपक्ष ने अध्यक्ष पर अविश्वास जताने के बाद सदन संचालन की जिम्मेदारी किसी सभापति को देने पर अड़ गए । इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने सदन संचालन पुस्तिका हाथ में लेकर कहा कि अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में कमलनाथ सहित बड़ी संख्या में विधायकों के हस्ताक्षर नहीं हैं । सदस्य के निलंबन का निर्णय जब सदन ने लिया तो उसके लिए अध्यक्ष को कैसे जिम्मेदार माना जाए । अविश्वास को ग्राह्य य अग्राह्य के लिए 14 दिन का समय होता है , उस पर बाद में निर्णय होगा । सरकार उस पर भी चर्चा का तैयार है । इसी बीच मंत्री मिश्रा के हाथ की किताब वेल में जा पहुंची । किताब वेल में पहुंचते ही विपक्षी सदस्य गर्भगृह में जा पहुंचे और कहने लगे कि मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष को किताब फेंककर मारी है । हंगामे की भेंट चढ़ गया प्रश्नकाल प्रश्नकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष डॉ . गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के खिलाफ विधानसभा सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव सौंप दिया है । जब विपक्ष ने अध्यक्ष पर अविश्वास जता दिया है , ऐसे में अध्यक्ष को नैतिकता के आधार पर आसंदी छोड़कर किसी अन्य को काम सौंप देना चाहिए । अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू करने को कहा , इस बीच संसदीय कार्यमंत्री डॉ . नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि संसदय कार्य मंत्री के रूप में मैंने पटवारी के निलंबन का प्रस्ताव दिया , सदन ने बहुमत से निर्णय लिया है । अध्यक्ष को जिस निर्णय के लिए अविश्वास जता रहे हैं , वह तो सदन ने लिया है । कांग्रेसी अध्यक्ष पर अविश्वास जताते हुए हंगामा करने लगे । इसके बाद अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही प्रश्नकाल तक के लिए स्थगित कर दी । मंत्री के निलंबन पर अड़ा विपक्ष : शून्यकाल में सदन की कार्यवही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री डॅ . नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मैं सामने से एक कर्मचारी हो हटा रहा था , इस बीच मेरे हाथ से किताब छूट गई । मैं इसके लिए खेद व्यक्त करता हूं । विपक्ष सदन में सारगर्भित चर्चा होने दे । लेकिन विपक्ष ने कहा कि मैं संसदीय कार्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है , मंत्री को निलंबित किया जाए ।

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