भोपाल । टीला जमालपुरा से युवक का अपहरण कर उसको अस्सी चांटे और दर्जनों बेल्ट मारने के बाद आरोपियों ने कुत्ते की तरह घुटनो के बल बैठकर भौंकने को मजबूर किया था । आरोपी उस पर धर्मांत्रण करने का भी दबाव बनाते थे । उसके भाई लक्की रामचंदानी ने बताया कि आरोपियों का इलाके में खौफ था । वह आए दिन किसी को भी पीटते थे । गालियां देते थे , लोगों को परेशान करना उनके लिए आम बात थी । विरोध करने वालों का हाल मेरे भाई की तरह ही होता था । उनसे इतना परेशान आ चुके थे कि पुराने मोहल्ले को छोड़ गए । हमें अब भी डर से भविष्य में जब भी आरोपी छूटेंगे बदला जरूर लेंगे । आरोपी समीर ने कॉल कर बताया था कि तेरे भाई को अस्सी चांटे और दर्जनों बेल्ट मारे हैं । मैं डर गया था कि अब भाई कभी लौटेगा कि नहीं । पीड़ित विजय ने बताया कि पीजीबीटी कॉलेज ग्राउंड पर उन्होंने मुझे लात - घूंसों से पीटा । मेरे गले में कुत्ता बांधने वाला पट्टा डालकर मुझे नीचे गिरा दिया । मुझे बोले- कुत्ता बन , कुत्ते की तरह भौंक । कहने लगे मियां भाई बनो । बड़े का खाओ । मैं गिड़गिड़ाता रहा । वह नहीं माने । मेरे मुंह में पैरों से मारना शुरू कर दिया । मैं मजबूर था । वह छह लोग थे और मैं अकेला । उनकी बात मानने के अलावा मेरे पास दूसरा रास्ता नहीं था । मजबूरन कहा बताओ ,
क्या कहना है ? क्या करना है ?
मैं करने को तैयार हूं । उन्होंने कहा कि मियां भाई बनने को तैयार हूं , यह कहो । इसका वीडियो बनाने के बाद छोड़ देंगे । इसका वीडियो उनके नाबालिग दोस्त ने बनाया । वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए लिए : विजय के मुताबिक घटना के अगले दिन से मोहम्मद समीर और फैजान ने कॉल करके वीडियो वायरल करने की धमकी देना शुरू कर दिया । वीडियो वायरल नहीं करने के एवज में कभी 200 , कभी 500 रुपए मांगना शुरू कर दिया । मोहम्मद समीर और फैजान मुझसे अब तक करीब 10 हजार रुपए ले चुके हैं । मैं उनसे वीडियो मांगता रहा , लेकिन रुपए लेने के बाद भी उन्होंने वीडियो नहीं दिया ।
वीडियो देखने के बाद भी पुलिस ने नहीं की एफआईआर 10 से 12 जून के बीच एक दिन मां और भाई के साथ टीलाजमालपुरा पुलिस थाना गया । थाना प्रभारी को खुद की पिटाई और कुत्तों के जैसे भौंकने की मिमिक्री के साथ धर्मांतरण के प्रेशर बनाए जाने का वीडियो दिखाया , लेकिन वह एफआईआर करने को तैयार नहीं हुए । एक छोटे से कागज पर आरोपियों के नाम नोट किए और थाने से रवाना कर दिया । थाने में ड्यूटी पर तैनात दूसरे पुलिस कर्मचारियों को वीडियो मोबाइल से ट्रांसफर करने की बात कही , तो उन लोगों ने स्मार्ट फोन नहीं होने का हवाला देकर वीडियो नहीं लिया । वर्षों से जमे पुलिसकर्मियों का समीर को था सरक्षणः बताया जा रहा है कि टीला जमालपुरा में थाने में कई पुलिसकर्मी सात से दस साल से अधिक समय से जमे हुए हैं । समीर सहित अन्य अपराधियों को भी उनका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण से है । समीर की हर दो चार दिन में थाने में शिकायतें पहुंचती थी । पुलिसकर्मी उसे दर गुजर करा देते थे । अब आला अधिकारी यहां वर्षों से जमे पुलिसकर्मियों की सूची तैयार करा रहे हैं । जल्द उन्हें लूप लाइन में भेजने की तैयारी है । उल्लेखनीय है कि टीला जमालपुरा थाना पूर्व से ही यहां सक्रीय जुआरियों और सटोरियों के कारण बदनाम है । यहां एक दो नहीं आधा दर्जन से अधिक बड़े जुए खाने संचालित किए जाते हैं ।
इन धाराओं में मामला दर्ज
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धाराएं 365, 341, 342, 323, 327, 294, 427, 34 लगाई हैं. बताया जा रहा है कि आरोपियों की प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने खुद ये वीडियो वायरल किया. नरोत्तम मिश्रा ने कहा, मैंने देखा वो वीडियो. वह बहुत गंभीर किस्म का वीडियो है. मानव का मानव के साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है. मैंने पुलिस कमिश्नर को तत्काल निर्देश दिए कि इसकी जांच करके सत्यता पता करें. 24 घंटे के अंदर इस पर कार्रवाई करें.
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